इंटरनेशनल मैगजीन टाइम ने 20 मई के अपने संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कवर पर जगह दी है। इसके अलावा मोदी सरकार के कामकाज को लेकर एक आर्टिकल भी लिखा गया है। जिसमें मोदी सरकार की तीखी आलोचना की गई है। मैगजीन ने पीएम को विवादित उपाधि देते हुए उन्हें भारत को प्रमुख रुप से बांटने वाला बताया है। जिसके बाद इस लेख का हवाला देकर पीएम मोदी पर टिप्पणियां भी होने लगी हैं।
इंटरनेशनल मैगजीन टाइम ने 20 मई के अपने संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कवर पर जगह दी है। इसके अलावा मोदी सरकार के कामकाज को लेकर एक आर्टिकल भी लिखा गया है। जिसमें मोदी सरकार की तीखी आलोचना की गई है। मैगजीन ने पीएम को विवादित उपाधि देते हुए उन्हें भारत को प्रमुख रुप से बांटने वाला बताया है। जिसके बाद इस लेख का हवाला देकर पीएम मोदी पर टिप्पणियां भी होने लगी हैं।
टाइम पत्रिका के एशिया एडिशन ने लोकसभा चुनाव 2019 और पिछले पांच सालों में नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर लीड स्टोरी की है। ये खबर सामने आते ही इस आर्टिकल को लिखने वाले शख्स के नाम को लेकर चर्चा होने लगी, तो बता दें कि लेख लिखने वाले हैं आतिश तासीर। जो कि ब्रिटिश पत्रकार हैं।
आतिश तासीर मशहूर पत्रकार तवलीन सिंह और पाकिस्तान के बड़े बिजनेसमैन, जो बाद में पाक-पंजाब के गवर्नर भी बने (सलमान तासीर) के बेटे हैं। 2007 में सलमान तासीर को पाक में केन्द्रीय मंत्री बनाया गया और उसके अगले ही साल उन्हें पंजाब प्रांत का गवर्नर बना दिया गया। पाकिस्तान पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर को उनके सुरक्षा गार्ड मुमताज़ क़ादरी ने 2011 में गोली मार दी थी।
1980 में ब्रिटेन में जन्मे आतिश तासीर, बचपन में दिल्ली में पले बढ़े। अमेरिका के मैसाच्युसेट्स से आतिश ने 2001 में पॉलिटिकल सांइस की पढ़ाई की। 2011 में द वॉल स्ट्रीट जर्नल में लिखे अपने एक लेख में आतिश तासीर ने तफ़सील से बताया है कि उन्हें पिता क्यों भारत से नफरत करते थे। ये लेख उन्होंने Why My Father Hated India के नाम से लिखा है।
शायद इसी वजह से भी लोग इस आर्टिकल को तवज्जो नहीं दे रहे हैं, क्योंकि इसे एक पाकिस्तानी राजनेता के बेटे ने लिखा है लेकिन इस बात के जवाब में लोगों ने ये भी कहा कि आतिश की मां तवलीन सिंह बीजेपी की घोर समर्थक हैं।
आतिश के नॉवेल टेंपल गोअर्स को 2010 के कोस्टा फर्स्ट नॉवल अवॉर्ड के लिए शॉर्ट लिस्ट किया गया है। उन्होंने साल 2008 में मंटो की कहानियों को भी ट्रांसलेट किया था। साल 2011 में अपने पिता की हत्या होने पर उन्होंने पाकिस्तान के हालातों पर भी एक आर्टिकल लिखा था।
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